Apurva Review in hindi: तारा सुतारिया की ऐसी शानदार एक्टिंग आपने कभी नहीं देखी होगी, जानें अपूर्वा की कहानी

Apurva Review: तारा सुतारिया की नई फिल्म “अपूर्वा” ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। यह एक वुमेन सेंट्रिक फिल्म है जिसमें तारा ने शानदार एक्टिंग की है और उनकी प्रतिभा ने दर्शकों को मोहित कर दिया है।

Apurva Review: इस मूवी में कुछ खास नहीं है, लेकिन जो आम है, वही इसे खास बनाता है। यह एक अकेली लड़की की कहानी है जो दिखाती है कि एक लड़की अगर अकेली है तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकती है। फिल्म में यह बताया जाता है कि सिर्फ महंगे सेट्स और विदेशी लोकेशन्स से ही अच्छी फिल्में नहीं बनतीं, बल्कि कहानी और संदेश से ही एक फिल्म को महत्वपूर्णता मिलती है।

कहानी (Apurva Review)

यह कहानी है अपूर्वा की, जो अपने मंगेतर के जन्मदिन को मनाने के लिए आगरा जा रही है। सरकारी बस में जाते हुए, उसे एक दिन आचानक चारों लुटेरे धर लेते हैं और उसे अपने साथ ले जाते हैं। इन बदमाशों का मकसद है उससे आत्महत्या करवाना, लेकिन अपूर्वा ने उनकी कोशिशों का सामना करते हुए उन्हें हराया। इस कठिनाईयों भरे सफर में उसने अपनी मजबूती और हिम्मत का साबित किया, जो एक अद्वितीय ताकत है। इस सफलता की कहानी को देखने के लिए आपको डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर इस फिल्म का आनंद लेना चाहिए, जो आपको 96 मिनट में एक महान उपलब्धि की यात्रा पर ले जाएगी।

एक्टिंग (Acting)

 तारा सुतारिया ने अपने करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन दिखाया है, अपूर्वा के किरदार में उन्होंने एक नए आयाम स्थापित किया है। हमने उन्हें अब तक सुंदर भूमिकाओं में ही देखा था, लेकिन इस बार उन्होंने दिखाया कि वह एक्टिंग में भी उत्कृष्टता प्रदर्शन कर सकती हैं। यह उनकी पहली फिल्म है जिसमें उन्होंने टाइटल रोल निभाया है, और वह इसमें पूरी तरह से उत्कृष्टता प्रदर्शन करती हैं। चाहे वह डर के अभिव्यक्ति हों या किसी अपराधी को मारने के बाद का आत्मघात, वह सभी भूमिकाओं को पूरी तरह से निभा रही हैं। आप उनसे जुड़ सकते हैं।

अभिषेक बनर्जी ने एक शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने गैंगस्टर का किरदार अदा किया है और उन्होंने उस डर को पैदा करने का प्रयास किया जिसे हम से उम्मीद थी। उनका अभिव्यक्ति काफी प्राकृतिक है और यही उनकी विशेषता है। राजपाल यादव ने निराश किया, उन्होंने पहले बेहतरीन रोल्स किए हैं लेकिन इस बार उन्हें उसी रूप में देखा गया है। उन्हें अब नए और विभिन्न रोल्स में दिखना चाहिए ताकि उनका प्रदर्शन साबित हो सके। धैर्य करवा ने अपनी अद्भुत अभिनय क्षमता से प्रशंसा कमाई है। उनकी एक्टिंग में बहुत ही मजबूती है और वह अपने किरदार में पूरी तरह से बसी हुई हैं। सुमित गुलाटी ने भी गैंगस्टर के किरदार में बहुत अच्छा काम किया है, जिससे उन्होंने अपने अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया है।

कैसी है यह फिल्म

देखिए, यह फिल्म महान नहीं है, लेकिन इसे जरूर देखना चाहिए। इसमें कुछ खास बातें हैं जो हिम्मत और हौसला देने में मदद कर सकती हैं। फिल्म शुरुआत से ही मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करती है और कैरेक्टर्स के बारे में ज्यादा वक्त नहीं बर्बाद करती है, जो सही है। हल्का-फुल्का फ्लैशबैक फिल्म (Apurva Review) को रूचिकर बनाता है और फिर एक अपूर्वा किडनैप होती है, जिससे फिल्म की गति बढ़ती है और दर्शकों को रोकता है। फिल्म का समय भी खास है, क्योंकि यह केवल 96 मिनट की है।

डायरेक्शन

निखिल नागेश भट का डायरेक्शन सचमुच बहुत अच्छा है। उन्होंने तारा सुतारिया के साथ बेहतर काम किया है और उनकी फिल्म में बड़े सेट्स और कॉस्टयूम के बिना भी चमक है। वह एक बहुत अच्छी फिल्म बनाने में सफल रहे हैं, हालांकि राजपाल यादव जैसे कलाकारों का उपयोग शायद और बेहतर हो सकता था। कुल मिलाकर, यह फिल्म देखने लायक है, विशेषकर जब इसमें महिला केंद्रितता है, जो कभी-कभी कमी रह जाती है। लेकिन इस फिल्म में ऐसा नहीं है, और यह आपको निराश नहीं करेगी।

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