Low Salt Diet : कम नमक वाले आहार का चलन बढ़ रहा है, और यह सच है कि ज्यादा नमक का सेवन हानिकारक हो सकता है, लेकिन इसकी कम मात्रा भी शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। युवाओं में लो-सोडियम डाइट के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, नमक की मात्रा कम करने के बजाय संतुलित रूप से सेवन करना बेहतर हो सकता है, ताकि आपके शरीर को सभी आवश्यक मिनरल्स मिल सकें. आगे इस आर्टिकल में हम Low Salt Diet के side effects जानेंगे –
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Low Salt Diet
नमक अधिक खाने के हानिकारक प्रभावों के साथ-साथ, नमक की कमी भी हमारे स्वास्थ्य के लिए समस्याओं का कारण बन सकती है। यह सोडियम की कमी हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डाल सकती है और डिप्रेशन और अधिक तनाव की समस्याओं को बढ़ा सकती है। सोडियम की कमी से हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है और इससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, सही मात्रा में सोडियम का सेवन करना महत्वपूर्ण है, और डॉक्टर की सलाह के साथ ही यह निर्धारित करना चाहिए कि आपकी डाइट में कितना नमक होना चाहिए। शरीर में नमक की कमी( Low Salt Diet ) से और भी समस्याय हो सकती है , आइए देखते हैं-
हाइपोटेंशन
हाइपोटेंशन एक स्थिति है जिसमें शरीर में सोडियम के स्तर की कमी होती है, और इसके कारण ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। इसे हाइपोटेंशन के नाम से जाना जाता है। हाइपोटेंशन के कारण व्यक्ति को चक्कर आ सकते हैं, उन्हें बेहोशी का अहसास हो सकता है और उनकी आँखों में ब्लर विजन हो सकता है। यदि यह स्थिति लम्बे समय तक बनी रहे, तो शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त का संचालन संभावना कम हो सकता है, जिससे सेहत पर हानि हो सकती है।
हाइपोनेट्रेमिया
हाइपोनेट्रेमिया एक गंभीर अवस्था है जिसमें रक्त में सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से कम हो जाता है। इसके लक्षणों में मतली और सिरदर्द से लेकर व्यक्ति को भ्रांतियाँ और दौरे भी हो सकते हैं। गंभीर मामलों में, हाइपोनेट्रेमिया जीवन को खतरे में डाल सकती है।
किडनी का कार्य प्रभावित होना
किड़नी का काम सोडियम के साथ महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा होता है, और यह उनके सही फ़ंक्शन के लिए सही मात्रा में सोडियम की आवश्यकता होती है। अत्यधिक सोडियम का सेवन करने से किड़नी पर दबाव पड़ सकता है, और यह किड़नी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। सोडियम की अधिकता के कारण, किड़नी की क्षमता कम हो सकती है और किड़नी की पथरी बनने की संभावना भी बढ़ सकती है।
दिल के साथ जुड़ी समस्याएँ ( Low Salt Diet )
दिल से जुड़ी समस्याओं के संबंध में, सोडियम की कमी दिल पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। सोडियम की कम मात्रा का सेवन करने से कुछ लोगों में ब्लड प्रेशर कम हो सकता है, जिसके कारण दिल से जुड़ी समस्याएं जैसे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन बहुत कम सोडियम की आवश्यकता पूरी नहीं करने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन विकृत हो सकता है। इससे मांसपेशियों में खिचाव, कमजोरी, और यहां तक कि अनियमित दिल की धड़कन भी हो सकती है। यह ख़ासकर वे लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जो एथलीट्स हैं और भारी शारीरिक गतिविधि करते हैं।
मांसपेशियों और नर्व से जुड़ी समस्याएं
मांसपेशियों और नर्व से जुड़ी समस्याएं सोडियम की कमी नर्व सिग्नल को प्रभावित कर सकती है और मांसपेशियों के संकुचन को बढ़ा सकती है। इससे मांसपेशियों में कमजोरी, ऐंठन और कई मामलों में पैरालिसिस भी हो सकता है।